इंद्रजीत कुर्रे / गरियाबंद । छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में एक दिन के लिए कलेक्टर बने शैलेंद्र ध्रुव का निधन हो गया। शैलेंद्र के निधन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुख जताया है। शैलेन्द्र ध्रुव प्रोजेरिया नामक गंभीर बीमारी से ग्रस्त थे। वे गरियाबंद के छुरा के रहने वाले थे।
2021 में 16 साल की उम्र में उन्हें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक दिन के लिए कलेक्टर बनाया था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी एसपी कॉन्फ्रेंस में शैलेंद्र ध्रुव को अपनी बगल में बैठाकर सारे अधिकारियों से उसकी मुलाकात भी कराई थी।
बताया जा रहा है कि, सोमवार की रात उनके सीने में तेज दर्द हुआ, जिसके बाद रसेला के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां पर उपचार के दौरान उनका निधन हो गया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जताया दुःख
शैलेंद्र के निधन पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुख जताते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है, सुबह दुखद सूचना मिली, शैलेंद्र ध्रुव अब हमारे बीच नहीं रहे। गरियाबंद के छुरा के ग्राम मेडकी डबरी के रहने वाले शैलेंद्र प्रोजेरिया बीमारी से ग्रसित थे। हमने उसकी एक दिन का कलेक्टर बनने की इच्छा तो पूरी कर दी थी लेकिन ईश्वर की कुछ और इच्छा थी। भगवान उसका ख्याल रखें। घर वालों को हिम्मत मिले. ओम् शांति
क्या होता है प्रोजेरिया बीमारी
प्रोजेरिया एक दुर्लभ और जानलेवा बीमारी है। यह एक ऐसा रोग है, जिसमें कम उम्र के बच्चों में भी बुढ़ापे के लक्षण दिखने लगते हैं। इस पीड़ित मरीज में तेजी से उम्र बढ़ने के लक्षण बहुत कम उम्र में प्रकट होते हैं। यह बीमारी इतनी दुर्लभ है कि दुनियाभर में दो करोड़ लोगों में से लगभग एक को ही प्रभावित करती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में इस समय लगभग 350 से 400 बच्चे प्रोजेरिया से पीड़ित हैं।