रायगढ़। नवतपा में विगत आठ दिनों तक पूरा जिला भीषण गर्मी व लू के चपेट में था, इस दौरान शनिवार शाम करीब सात बजे अचानक मौसम में बदलाव हुआ और तेज अंधड़ व गर्जना के साथ हुई झमाझम बारिश से जहां गर्मी से निजात तो मिली, लेकिन बिजली व्यवस्था इस कदर बदहाल हुई कि शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली गुल हो गई। हालांकि बारिश बंद होने के बाद शहर के कुछ क्षेत्रों में रात करीब 2 बजे तक लाईट चालू हुई लेकिन आधे से अधिक शहर में रविवार शाम तक लाइट बंद रही, जिससे कई जगह पानी की भी सप्लाई नहीं होने से नाराज लोगों ने रविवार शाम को बिजली आफिस का घेराव किया गया।
उल्लेखनीय रहे कि विगत माहभर भीषण गर्मी पडऩे के बाद शनिवार शाम को अचानक मौसम में बदलाव हुआ और अंधड़ व गर्जना के साथ हुई झमाझम बारिश ने सालभर से मेंटेनेंस कार्य कर रहे बिजली विभाग की पोल खोल कर रखी दी। इस दौरान शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में जहां सैकड़ों की संख्या में कहीं पेड़ तो कहीं बड़ी-बड़ी डंगालें टूट कर गिर गई, जिससे विभाग के करीब 70 लोगों द्वारा मेंटेनेंस करने के बावजूद 24 घंटे तक बिजली व्यवस्था बहाल नहीं हो सकी। हालांकि शनिवार रात को बारिश बंद होते ही विद्युतकर्मी सुधार कार्य के लिए निकल गए थे, लेकिन 24 घंटे तक काम करने के बाद भी पूरी शहर की बिजली व्यवस्था बहाल नहीं कर सके। ऐसे में अधिकारियों का कहना था कि इस साल प्री-मानसुन के पहली अंधड़ व बारिश ने जहां विभाग को लाखों का नुकसान पहुंचा दिया है तो वहीं आम उपभोक्ताओं की भी परेशानी बढ़ा दी है। साथ ही यह भी बताया गया कि इस अंधड से मेन सप्लाई में दिक्कत हो गई थी। जिसे सुधारने में रात करीब एक बज गया। इसके बाद अलग-अलग क्षेत्रों में बिजली चालू करने का कार्य शुरू किया गया, जिससे जहां बिजली पोल व तार क्षतिग्रस्त नहीं हुआ था, वहां पहले चालू किया गया, जिससे रात करीब डेढ़ बजे से लाईट आनी शुरू हुई, लेकिन कुछ ही जगह में चालू हो पाया। ऐसे में कर्मचारियों की अलग-अलग टीम बनाकर अलग क्षेत्र में रवाना करते हुए टूटे हुए डंगाल व विद्युत पोल लगाने के बाद लाइट चालू किया, लेकिन रविवार देर शाम तक शहर के कई क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था बाहल नहीं हो सकी। जिससे जहां विगत 24 घंटे से लोग गर्मी से परेशान रहे तो वहीं लाइट के चलते पानी सप्लाई भी नहीं हो सकी, जिससे आम उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
सैकड़ों पेंड व खंभे क्षतिग्रस्त
इस संबंध में विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि तेज अंधड़ के चलते डिविजन-वन एवं डिविजन-टू में काफी नुकसान हुआ है। जिसमें शहरी क्षेत्र में ही चक्रधरनगर, सिंधी कालोनी, बोईरदादर, चांदमारी, बेलादुला, टीवी टावर, अतरमुड़ा सहित अन्य जगहों में करीब 100 से अधिक जगहों पर कहीं पेड़ तो कहीं डंगाले गिरी थी। इसके साथ इन क्षेत्रों में दर्जनों जगह वायर भी क्षतिगस्त हुआ है, साथ ही करीब दर्जनभर खंभे भी टूट गए थे। जिससे पूरी रात काम करने के बाद भी इन क्षेत्रों में लाईट चालू नहीं हो सकी। इसके साथ शहर के हृदय स्थल गांधी गांज, चमड़ा गोदाम, विकासनगर, बैकुंठपुर, चांदमारी, सहित अन्य क्षेत्रों में रविवार शाम तक लोग परेशान रहे। वहीं डिविजन टू के करीब दर्जनभर से अधिक गांवों में 200 से अधिक जगह में कहीं पेड़ गिरे तो कहीं डंगाल तार पर गिरने से बिजली व्यवस्था बंद हो गई। साथ ही पुसौर व अन्य क्षेत्रों में करीब 42 विद्युत पोल टूट गए थे। जिससे सुबह तक तो कुछ जगहों पर सुधार कार्य कर लिया गया, लेकिन ज्यादातर स्थानों पर पेड़ को काटकर हटाने व पोल लगाने के चलते देर शाम तक समस्या जस की तस बनी रही। जिससे तमनार, लैलूंगा, किरोड़ीमलनगर, कुसमुरा व पुसौर ब्लाक के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
व्यवस्था दुरुस्त करने सीएम ने दिए निर्देश
पिछले 24 घंटे पूर्व कल शाम को करीब 7 से लेकर 8.30 बजे तक तेज आंधी के साथ बारिश होने के कारण रायगढ़ शहर व ग्रामीण की विद्युत व्यवस्था चौपट हो गई थी। पूरे अंचल में घंटों तक बिजली न होने के कारण त्राही माम की स्थिति निर्मित हो गई थी। जिसके बाद रात भर विद्युत विभाग के अधिकारी व कर्मचारी व्यवस्था को सुधारने में जुटे तो रहे परंतु उन्हें उतनी सफलता नहीं मिल पाई, जिससे आम लोगों को राहत मिल सके। इस संबंध में नवीन कदम ने जब सीएम साय से अनोपचारिक चर्चा के दौरान रायगढ़ की बिजली व्यवस्था के संबंध में बात की तो उन्होंने बताया कि प्रदेश स्तर से लेकर रायगढ़ तक के विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि जल्द से जल्द विद्युत व्यवस्था को बहाल किया जाए। जिससे आम जनता को राहत मिल सके। सीएम के निर्देश मिलते ही विद्युत अमले के कान खड़े हो गए और वे हर तरह के कोशिश करते नजर आए, जिससे विद्युत व्यवस्था बहाल हो और आम लोगों को राहत मिल सके।
लोगों ने किया बिजली आफिस का घेराव
शनिवार रात से लेकर रविवार शाम तक शहर के आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर बिजली व्यवस्था बहाल नहीं होने से नाराज उपभोक्ताओं ने बिजली आफिस का घेराव करने पहुंच गए। इस दौरान लोगों का कहना था कि यहां न तो कोई शिकायत लेने वाला है और न ही मेंटेनेंस हो पा रहा है। जिससे मुख्य शहर में ही कई जगह लाईट 20 घंटे से बंद है। वहीं लोगों के आक्रोश को देखते हुए कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच कर लोगों को समझाईश देती रही, लेकिन उपभोक्तओं का कहना था कि जब तक जिम्मेदार अधिकारी नहीं आएंगे तब तक वे यहां से नहीं जाएंगे। केलो पुल से लेकर रामनिवास टाकीज चौक तक दोनों तरफ जाम की स्थिति बन गई थी। जिससे पुलिस के समझाईश के बाद उपभोक्ता सडक़ से हटकर आफिस अंदर गए, तब जाकर आवागमन शुरू हो गया।