पतोरा सरपंच ने ली पत्रकार वार्ता…लेकर कहा राजनीतिक द्वेष के कारण एसडीएम ने की एकतरफा कार्यवा
तहसील साहू संघ पाटन अध्यक्ष ने किया राजनीतिक द्वेष फैलाने वालों की निंदा….
पाटन। जनपद पंचायत पाटन के ग्राम पंचायत पतोरा सरपंच अंजिता साहू को एसडीएम पाटन द्वारा पंचायत
धारा 40 के तहत बर्खास्त कर दिया गया था। अपने बर्खास्तगी के खिलाफ श्रीमती साहू ने उच्च न्यायालय बिलासपुर में याचिका दायर की थी जिस पर न्यायमूर्ति द्वारा शुक्रवार को उनके ऊपर लगाए धारा 40 पर स्थगन आदेश दिया।
स्थगन आदेश मिलने के बाद शनिवार को अनुविभागीय पत्रकार संघ पाटन कार्यालय में पत्रकारवार्ता आयोजित कर अंजिता साहू ने कहा कि सरपंच ग्राम पंचायत पतोरा मुझे प्रशासन ने पद मुक्त करते हुए 6 साल के लिए चुनाव लड़ने के लिए प्रतिबंधित कर दिया। जिसके लिए मैं अदालत का दरवाजा खटखटाई जहां से मुझे बहाली मिल गयी। प्रसाशन ने मुझे पर आरोप लगाया है कि मैंने बिना अनुमति के जर्जर भवन को तोड़ दिया। साथ ही आदेश में लिखा गया है कि जिसका पैसा का रिकार्ड दुरुस्त नहीं किया गया। दोनो ही कारण को अदालत ने अमान्य करते हुए खारिज कर दिया। जिससे यह साबित होता हैं पूरा प्रकरण राजनीति से प्रेरित होकर किया गया था।
उन्होंने कहा कि मैं जनता से जानना चाहती हूं कि क्या 1984 की बनी हुई भवन जो वर्तमान में अत्यंत जीर्णशीर्ण हो चुकी थी जिसे शाला विकास समिति ने अपने बैठक में निर्णय लिया गया कि कभी भी गम्भीर दुर्घनाएं घट सकती है तो क्यो न इसे तोड़ दिया जाय । मेरे से सुझाव मांगा गया तो मैंने भी परिस्थिति जन्य सहमति प्रदान किया। मैं शाला प्रबन्धन की चिंता को अपना गांव की चिंता मानकर सैकड़ो बच्चो की जान बचाना ज्यादा उचित समझी। कई बार मैंने मौखिक जानकारी देकर जर्जर भवन को अधिकारियों को दिखा चुकी थी किन्तु कोई ध्यान नहीं दिया। अंत में स्कूल प्रबंधन ने बैठक कर निर्णय किया कि बच्चों की जान से ज्यादा कुछ नही। भवन को तोड़कर जो पैसे मिले उसे स्कूल प्रबंधन समिति ने शाला विकास फंड में जमा कर लिया और सारा आरोप मुझ पर लगाकर मुझे बर्खास्त कर दिया गया। मुझे ऐसे गुनाह की सजा दिया गया है जिसका अपराध बनता ही नहीं है। अगर सैकड़ो बच्चो की जान बचाना अपराध है तो मैं मंजूर करती हूं। भगवान से प्रार्थना करती हूं कि इंसानो की जान बचाने का गुनाह मुझसे बार बार कराए। और जो लोग बच्चो की जान लेना चाहते है भगवान उनको सद्बुद्धि प्रदान करें।
मृत व्यक्ति के नाम से सांसद के पास हुआ था शिकायत…….
श्रीमती साहू ने बताया कि शिकायतकर्ताओं द्वारा
13 बिंदुओं पर शिकायत किया गया था जिसमें 11 बिंदुओं की जांच उसी समय निराधार मिला। सांसद विजय बघेल के पास जनवरी 2024 में शिकायत किया गया था उसमें से एक व्यक्ति का नवंबर 2023 में मृत्यु हो गया था। मेरे ऊपर गांव के भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा राजनीतिक द्वेष के कारण निराधार शिकायत की गई थी।
श्रीमती साहू ने बताया कि स्थानीय प्रशासन पाटन द्वारा राजनीतिक दबाव के कारण मात्र 2 दिनों में कार्यवाहक सरपंच बनाने आदेश जारी कर दिया। जबकि ग्राम पंचायत में 2 पंच का पद 1 साल से रिक्त है उनका चुनाव आज तक नहीं करवा पाए है। गांव के विघ्न संतोषी लोगों के द्वारा पतोरा का नाम राष्टपटल में गौरवान्वित हुआ है उसे घुमिल करने की भरसक प्रयास कर रहे है। ऐसे लोगों को भगवान सद्बुद्धि जरूर दें।
तहसील साहू संघ अध्यक्ष ने राजनीतिक द्वेष फैलाने वालों का किया निंदा……….
पत्रकार वार्ता में तहसील साहू संघ पाटन अध्यक्ष दिनेश साहू भी उपस्थित थे श्री साहू ने कहा अंजिता साहू द्वारा अच्छा काम किया था उसी के कारण उन्हें राष्ट्रपति,केंद्रीय मंत्री,मुख्यमंत्री के द्वारा सम्मानित एवं प्रधानमंत्री द्वारा स्वतंत्रता दिवस समारोह में आमंत्रित किया गया था। लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि पाटन में साहू समाज के जनप्रतिनिधियों को टारगेट कर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। पूर्व में पतोरा में इसी तरह अश्वनी साहू के ऊपर भी धारा 40 के तहत कारवाही की गई थी जिसे न्यायालय द्वारा स्थगन मिला था। इसी तरह सेलूद सरपंच को भी प्रताड़ित किया गया था। कांग्रेस भाजपा कोई भी दल हो समाज में राजनीतिक द्वेष ना रखे। अन्यथा साहू समाज आंदोलन करने बाध्य होगी। साहू समाज के लोग पाटन में दो पाटों में पीस रहा है। पतोरा सरपंच की जीत सत्य की जीत है। जांच में कोई गलती नहीं मिला था उसके बाद भी केवल राजनीतिक द्वेष के कारण एसडीएम द्वारा बर्खास्त कर दिया गया।