परिक्षेत्र निषाद समाज द्वारा जनजागरण एवं भूमिपूजन समारोह में शामिल हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश,विधायक कुंवर सिंह निषाद….
निषाद समाज मेहनती, ईमानदार एवं संघर्षशील है…भूपेश बघेल
पाटन।पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज अपने गृह विधानसभा पाटन के रानीतराई में कौही किकिरमेटा परिक्षेत्र निषाद समाज द्वारा जनजागरण एवं भूमिपूजन समारोह में सम्मिलित हुए।जिसमें 11.50 लाख के विकास कार्यों में जैतखाम चबूतरा निर्माण विधायक निधि से 3 लाख,सामुदायिक भवन निर्माण निषाद समाज 6.50लाख,हाईस्कूल में कलामंच(जिप निधि) 2लाख रुपए का भूमिपूजन किया गया।पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सामाजिक बंधुओं के द्वारा गर्मजोशी स्वागत किया गया।इसके पश्चात पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,विधायक कुंवर सिंह निषाद के द्वारा सियारामचंद्र,आराध्य देव भक्त गुहा निषादराज की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किए।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निषाद समाज मेहनती,ईमानदार और संघर्षशील समाज है।सभी एक साथ जोड़ो आगे बढ़ो की रीति से काम करने की आवश्यकता है।सामाजिक रूढ़िवादी परम्परा है वो आज अप्रासंगिक हो गया है। ऐसे नियमों में बदलाव होना चाहिए इसके साथ ही नशा मुक्ति की ओर हमे बढ़ना चाहिए शराब के साथ साथ लोग सुखा नशा कर रहे है।जिसके कारण प्रतिदिन रायपुर,दुर्ग,भिलाई सहित पूरे प्रदेश में हत्याएं,चाकूबाजी,बलात्कार हो रहा है।हमें समाज जन जागरण अभियान चला की आवश्यकता है।
श्री बघेल जी ने आगे कहा सामाजिक उत्थान के लिए पहले समय में पैसे का महत्व नहीं था पहले लोग काम से जानते थे जिसे सामाजिक हित का ज्ञान,काम से उसी पहचान होती है आज कलयुग में पैसा प्रधान हो गया है और छत्तीसगढ़ के लोग पैसा के ऊपर ज्यादा जोर नहीं देते है पारिवारिक जीवन चल जाए इस पर जोर देते थे जिसके चलते उद्योग धंधों में बाहरी लोगों का कब्जा होता गया और हम लोग कमजोर होते गए।
जब हमारी पार्टी को मौका मिला तब हमने आर्थिक रूप से कैसे मजबूत हो इस पर कार्य किए इसके लिए सबसे पहले सत्ता में आने के बाद किसानों का कर्जा माफी किए,2500रुपए में धान खरीदी किए, कोदो,कुटकी,रागी बोन वाले के लिए समर्थन मूल्य घोषित किए,घर चलाने के लिए सबसे जरूरी “अनाज” है उसे 7किलो से 35 किलो किए, बिजली बिल आधा किए थे भूमिहीन मजदूरों को₹7000 रुपए हमारी सरकार दे रही थी, गोठान की व्यवस्था कराए जिससे घुमंतू पशु को रखा जाए, जिसमें महिलाओं को रोजगार मिला जिसमें वर्मी कंपोस्ट,प्राकृतिक पेंट बनाएं इसमें 2 लाख महिलाएं प्रदेश में काम कर रहे थे ये सभी योजना आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए शुरू किए थे।
निषाद (केवट)समाज के प्रतिनिधियों द्वारा मछुआ नीति में परिवर्तन की मांग कर रहे थे जिसे हमारी सरकार ने मछली पालन को कृषि का दर्जा दिलाया जिससे खेत में मत्स्य पालन करने वाले को जीरो प्रतिशत ब्याज पर लोन मिलता था और कमर्शियल बिजली बिल नहीं लगता था।
बिलासा देवी केवट के नाम बिलासपुर एयरपोर्ट
बिलासपुर को बिलासा केवट ने बसाया है जिनके नाम से एयरपोर्ट का नाम ‘बिलासा देवी केवट एयरपोर्ट बिलासपुर’ पर रखे है।
प्रांताध्यक्ष एवं विधायक कुंवर सिंह निषाद ने समाज को संगठित होकर आगे बढ़ाने में सभी को जोड़कर जागरूकता लाने की आवश्यकता है।सामाजिक कुरीतियों,नशा के जनजागरुकता अभियान के साथ परिक्षेत्र,पंचगैहा में महिला,युवा प्रकोष्ठ का गठन कर सामाजिक आयोजन में सहभागिता निभाए।
कार्यक्रम को ज़िप उपाध्यक्ष अशोक साहू,वीरेंद्र निषाद जिला युवा अध्यक्ष ने भी संबोधित किया।
इस अवसर डा घनश्याम निषाद जिला अध्यक्ष,संतोषी निषाद महिला जिला अध्यक्ष,देवकुमार निषाद अध्यक्ष तहसील निषाद समाज,अशोक साहू उपाध्यक्ष ज़िप,पूर्व ओएसडी आशीष वर्मा,ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर,सदस्य रमन टिकरिहा सभापति,निर्मल जैन सरपंच, वीरेंद्र निषाद,डा ईश्वर निषाद,नारायण निषाद,जगत निषाद,देवश्री,तेजराम निषाद,मोती निषाद,डोमन लाल,तारिणी,मुकेश,केज़ुराम निषाद,खोरबाहरा,बी आर निषाद,झल्लू निषाद, दरस निषाद,बिसौहा निषाद,सोमप्रकाश पारकर,अनुराधा निषाद,यशोदा,अमरीका,गुलापी,लता, होमिन,सावित्री, जोधी राम,सुकालू, सुखीत जेठूराम,नरोत्तम,बेनी,सांवत,मनीराम,दुकालू,भोजराम,रामसेवक,पतिराम,सत्यनारायण टिकरिहा,सीताराम ठाकुर,भविष्य जैन,राजा ठाकुर,वीरसिंह,अशोक रिंगवानी,दीपक,द्रोपती साहू,जनक निषाद, चुनूं निषाद सहित सामाजिक बंधु एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।