कांग्रेस सरकार में चाकरी करने वालों से लोकार्पण भूमिपूजन कराए तब अपमानित नही हुए-हर्षा लोकमनी
हेमलता निषाद।
दुर्ग पाटन। भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एव सदस्य जिला पंचायत दुर्ग श्रीमती हर्षा लोकमणी चंद्राकर ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि पिछले पांच वर्षों तक जब कांग्रेस की सरकार थी हमेशा प्रोटोकॉल को तोड़ने का कार्य किया जब भी लोकार्पण भूमिपूजन हुआ हर बार भाजपा के जनप्रतिनिधियों का अपमान हुआ, पिछले पांच वर्षों में लगातार भाजपा के जनप्रतिनिधियों को अपमानित करने वाले कांग्रेसी अब किस मुंह से बोल रहे है, जैसा बोवोगे वैसा काटोगे, जो कर्म पिछले पांच वर्षों में किये हो उसका परिणाम अब इन पांच वर्षों में देखना होगा।
श्रीमती चंद्राकर ने पूर्व मुख्यमंत्री भुपेश बघेल पर आरोप लगाया कि प्रोटोकॉल तोड़ने का काम भुपेश बघेल के संरक्षण में ही होता था। इनके दोगलेपन को कौन नही जानता एक तरफ किसानों की समस्या के लिए लड़ने की बात करते है उनके उपज की वाजिब दाम दिलाने की बात करते है वहीं दूसरी तरफ महंगाई के नाम पर टमाटर की कीमत अधिक होने का विरोध भी करते है क्या टमाटर किसानों ने न उपजाकर किसी फैक्टरी में निर्माण होता है क्या टमाटर की कीमत बढ़ने से किसानों को लाभ नही मिलेगा, भुपेश बघेल एव कांग्रेस के कुनबे चाहते ही नही की किसान मजबूत हो ये केवल राजनीति करना जानते है। पिछले पांच साल में कांग्रेस सरकार ने किसानों का बोरा घोटाला, 1 दिसंबर से धान खरीदी, बोनस का चार किश्तों में देना, महादेव सट्टा एप घोटाला, कोयला घोटाला, शराब घोटाला, गांव गली में अवैध शराब की नदियां बहाने वाले भूल रहे है कि छत्तीसगढ़ की जनता पिछले पांच वर्षों में कितने त्रस्त, परेशान और हलाकान थे इसका अंदाजा पांच वर्ष में ही सत्ता से बेदखल करने से पता चलता है।
श्रीमती चंद्राकर ने आगे कहा की देश मे नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय की सुशासन की डबल इंजन की सरकार पिछले एक साल से सांय सांय चल रही है छत्तीसगढ़ में हर तरफ खुशहाली है, किसानों को उनके उपज का वाजिब दाम मिल रही है, बोनस का पैसा एकमुश्त मिल रही है, बेरोजगारों के लिए कई विभागों में भर्ती खुल गई है, अन्य रोजगार के साधन भी जुटाए जा रहे है, महतारी वंदन से लाखो बहने आत्मनिर्भर हो रही है भाजपा सरकार द्वारा और भी अनेक योजनाएं आम जनता की उन्नति के लिए चलाये जा रहे है, जिससे छत्तीसगढ़ समृद्ध राज्य की ओर बढ़ रही है।