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सरकारी संपत्ति को बेकार बता कर बेचा कबाड़ी की भाव में,दुर्ग जिले के एक मीडिल स्कूल का  मामला।

पाटन दुर्ग। पाटन ब्लाक अंतर्गत आने वाले ग्राम निपानी में मीडिल स्कूल के शिक्षक एवं जन भागीदारी समिति की बैठक 7 दिसंबर को आहूत की गई जिसमें अलग-अलग विषय पर प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें से एक विषय चर्चा का विषय बना हुआ है यह मामला प्रकाश में तब आया जब जनपद सदस्य रवि सिंह को जानकारी मिली की मीडिल स्कूल में बच्चों के बैठने के लिए बेंच टेबल को कबाड़ी के भाव बेचा जा रहा है।


इस संबंध में जब हेड मास्टर से जानकारी लेने पर उन्होंने बताया कि उपयोगी ब्रेंच स्टेबल को बेचना गलत है, ब्रांच टेबल अधिक आया था जिसके कारण प्राथमिक स्कूल एवं अन्य स्कूलों में भेजे हैं मीटिंग में प्रस्ताव पारित किया गया था कि ब्रेंस टेबल रखा हुआ है जिसे बेचकर स्कूल में अन्य कार्यों में उपयोग किया जाए जिस पर सदस्यों ने हामी भरी थी।


जिसमें विद्यालय में रखें खराब टेबल को बेचने का प्रस्ताव पारित हुआ था लेकिन ब्रेंच टेबल सही स्थिति में है जिसका उपयोग किया जा सकता है
अब सवाल यह खड़ा होता है की क्या शासकीय संपत्ति को बेचना कहा तक लाजमी है जबकि बेंच टेबल सही स्थिति में है शासन से बेंच टेबल दिलवा नहीं पाते कई साल लग जाते हैं बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते हैं तालपट्टी तक नसीब नहीं होता लेकिन यहां कुछ और ही चल रहा है। शासकीय संपत्ति को बेचने का प्रयास कर रहे हैं शिक्षक भ्रष्टाचार में लगे हैं भ्रष्टाचार का ऐसा मामला शिक्षा विभाग पर सवाल खड़े कर रहे हैं बेंच टेबल के साथ-साथ बच्चों का भविष्य बेच कर खाने में लगे हुए हैं

जनपद सदस्य ने ज्ञापन सौंपा

मामले की गंभीरता को देखते हुए जनपद सदस्य रवि सिंह ने 16 दिसंबर को ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को इस संबंध में ज्ञापन सौंप कर शासकीय माध्यमिक शाला निपानी में विक्रय सामग्री किसके द्वारा और क्यों बेचा गया इसका जांच कर उचित कार्रवाई के लिए ज्ञापन सौंपा।

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